गद्य रचना
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लघु कथा
***नए ज़माने की लड़की***
नीमा का विवाह जब नीतीश से हुआ तो उसे बड़ी प्रसन्नता थी कि नीतीश का परिवार बहुत आधुनिक विचारों वाला था।
जो चाहो पहनो जैसे जी चाहो रहो।इसलिये आम लड़कियों की तरह नीमा का कभी मन ही नहीं हुआ कि वह अलग घर ले कर रहे,इसके विपरीत नीतीश कभी कभी अलग रहने की बात करता तब उसे बड़ी हैरानी होती।
जो चाहो पहनो जैसे जी चाहो रहो।इसलिये आम लड़कियों की तरह नीमा का कभी मन ही नहीं हुआ कि वह अलग घर ले कर रहे,इसके विपरीत नीतीश कभी कभी अलग रहने की बात करता तब उसे बड़ी हैरानी होती।
किंतु 6 महीने गुजरते ही उसने पाया कि ऊपर से सुखी दिखने वाला परिवार उतना सुखी है नहीं।सब खोखला है अंदर से।
नीतीश के पिता और उसके पिता दोनों में एक ही दोष है कि दोनों एक ही तरह से दहाड़ते हैं और इसी दहाड़ से वह बचपन से डरती आ रही है।
अपनी सास में उसको अपनी मां दिखाई देने लगी डरी सहमी और फिर उसकी मां के साथ तो यह ग़नीमत थी कि वह कम से कम 8 घंटे के लिए काम पर चली जाती थी,खुली हवा में साँस लेने,वो अपने पैरों पर खड़ी थीं किंतु सास के साथ ऐसा कुछ न था।
उसके ससुर अच्छे इन्सान थे किंतु जब भी उनके मन की बात न होती तो वह दहाड़ कर अपनी बात मनवा लेते थे,और फिर सब कुछ नार्मल हो जाता उनकी नज़र में, नीमा, नीतीश भी काम पर निकल जाते,रह जाती घर में एक स्त्री ,यानी कि उसकी सास कई बार नीमा ने उनको रोते हुए देखा।
उसने नीतीश से बात की किन्तु उसने कहा" मम्मी भी डाँट खाने के काम करती हैं पापा की छोटी छोटी बातें नहीं मानती हैं।
क्यों अपनी चलाने की कोशिश करती हैं।
जबकि उन्हें पता है कि पिताजी नहीं सुनेंगे उनकी बात।"
उसने नीतीश से बात की किन्तु उसने कहा" मम्मी भी डाँट खाने के काम करती हैं पापा की छोटी छोटी बातें नहीं मानती हैं।
क्यों अपनी चलाने की कोशिश करती हैं।
जबकि उन्हें पता है कि पिताजी नहीं सुनेंगे उनकी बात।"
"अरे ये कौन सी बात हुई?"
नीमा ने असहमति जताते हुए कहा,"कोई इतनी ज़ोर से क्यों चिल्लाए वो भी सबके सामने।मुझे अच्छा नहीं लगता।"
इसीलिए तो कहता हूं,डार्लिंग कट लेते हैं यहां से,धीरे से।
नीमा ने असहमति जताते हुए कहा,"कोई इतनी ज़ोर से क्यों चिल्लाए वो भी सबके सामने।मुझे अच्छा नहीं लगता।"
इसीलिए तो कहता हूं,डार्लिंग कट लेते हैं यहां से,धीरे से।
किन्तु नीमा किसी और ही सोच में पड़ गई।
नीतीश के पिता और उसके पिता दोनों में एक ही दोष है कि दोनों एक ही तरह से रिएक्ट करते हैं दहाड़ कर और इसी दहाड़ से वह बचपन से डरती आ रही है।
जब वो इतना डरती है ,तो जो स्त्री सहती है इतनी बदतमीज़ी, उस पर क्या गुज़रती होगी?
उसे अपनी सास पर क्रोध भी आया और दुःख भी हुआ,उनके लिये।
नीतीश के पिता और उसके पिता दोनों में एक ही दोष है कि दोनों एक ही तरह से रिएक्ट करते हैं दहाड़ कर और इसी दहाड़ से वह बचपन से डरती आ रही है।
जब वो इतना डरती है ,तो जो स्त्री सहती है इतनी बदतमीज़ी, उस पर क्या गुज़रती होगी?
उसे अपनी सास पर क्रोध भी आया और दुःख भी हुआ,उनके लिये।
एक दिन वह मौका पाकर अपनी सास के पास गई और बोली मम्मी अब तो मैं आ गई हूं आप क्यों नहीं अपनी बहन के पास घूम आती हैं या अपने भाई के पास।
आपको भी तो छुट्टी लेनी चाहिए।
कौन सी छुट्टी सास ने आश्चर्य से कहा मैं कोई नौकरी थोड़ी करती हूं।
नौकरी तो आप करती हैं ,पर आपको इसके पैसे नहीं मिलते।या आपने कभी अपनी तनख्वाह मांगी नहीं।
और न ही छुट्टियां।
उसकी सास चाय की प्याली मेज़ पर रख कर बोली
बेटा!तुम ठहरी नए ज़माने की, हमारे लिए तो विवाह सात जन्मों का बन्धन है।
रियली!!
नीमा खुशी से कूद पड़ी तब तो आपको एक्शन लेना चाहिये इसी जन्म में,पापा को समझा दीजिये इतना चीखना चिल्लाना ठीक नहीं,कहीं ऐसा न हो अगले जन्म तक ये आदतें पड़ी रह जाएं।
आपको भी तो छुट्टी लेनी चाहिए।
कौन सी छुट्टी सास ने आश्चर्य से कहा मैं कोई नौकरी थोड़ी करती हूं।
नौकरी तो आप करती हैं ,पर आपको इसके पैसे नहीं मिलते।या आपने कभी अपनी तनख्वाह मांगी नहीं।
और न ही छुट्टियां।
उसकी सास चाय की प्याली मेज़ पर रख कर बोली
बेटा!तुम ठहरी नए ज़माने की, हमारे लिए तो विवाह सात जन्मों का बन्धन है।
रियली!!
नीमा खुशी से कूद पड़ी तब तो आपको एक्शन लेना चाहिये इसी जन्म में,पापा को समझा दीजिये इतना चीखना चिल्लाना ठीक नहीं,कहीं ऐसा न हो अगले जन्म तक ये आदतें पड़ी रह जाएं।
नीमा चिप्प्स कुतरते हुए शरारत से बोली "कहीं अगले जन्म में मर्द बनने का इरादा तो नहीं।"
सही कह रही हूं मैं, आप सोच कर देखिए।कितने घंटे काम करती हैं सबकी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए चरखी की तरह घूमती रहती हैं,सारा दिन
अरे !! कभीअपने लिए समय निकालिये।
क्या कहेंगी ऊपर जाकर भगवान जी से,कि अपने लिए क्या किया?
"तुम मुझे भड़का रही हो।"
"नहीं मां"
सिर्फ आपसे आपका परिचय करवा रही हूँ।
अरे !! कभीअपने लिए समय निकालिये।
क्या कहेंगी ऊपर जाकर भगवान जी से,कि अपने लिए क्या किया?
"तुम मुझे भड़का रही हो।"
"नहीं मां"
सिर्फ आपसे आपका परिचय करवा रही हूँ।
नीमा ने मुद्दे पर आते हुए कहा मम्मीआप तो पढ़ी-लिखी हैं अभी तक पुरानी बातों पर विश्वास करती हैं।
नीमा ने प्यार से उनके हाथ पकड़े और बोली" मेरी मम्मा भी बिल्कुल आप की तरह है कभी भी अपने लिए नहीं लड़ी हमेशा मेरे बारे में ही सोचती रही,और घर की शांति के लिए चुपचाप घुटती रही, थोड़ी डरपोक थी"
वो फिर बोली
"लेकिन मुझे लगता है डर को महसूस करना चाहिए और फिर उसी के अनुसार इंसान को उससे निपटने के लिए अपनी कार्यशैली बनानी चाहिए।
वो फिर बोली
"लेकिन मुझे लगता है डर को महसूस करना चाहिए और फिर उसी के अनुसार इंसान को उससे निपटने के लिए अपनी कार्यशैली बनानी चाहिए।
जबआप अपने बच्चों की अच्छी परवरिश घर की देखभाल के लिए कार्य शैली बना सकती हैं,फिर अपने वजूद के लिए भी अवश्य कार्यशैली होगी आपके पास।बस आपने अपने को कभी महत्व नहीं दिया है।"
ज्यादा लम्बा बोरिंग भाषण दे दिया क्या माँ?
मम्मी आपको एक लंबी छुट्टी की जरूरत है सीरियसली!!
जाओ मौज करो, थोड़े दिन उन लोगों के बीच जो आपके अपने हैं।
ज्यादा लम्बा बोरिंग भाषण दे दिया क्या माँ?
मम्मी आपको एक लंबी छुट्टी की जरूरत है सीरियसली!!
जाओ मौज करो, थोड़े दिन उन लोगों के बीच जो आपके अपने हैं।
अगले दिन उसकी सास ने अपना सामान पैक किया,उनकेभाई के घर के टिकटें नीमा ने करवा दीं।
हाँ जब उसके ससुर को पता चला कि वह 15 दिन के लिए घर से बाहर भाई के पास जा रही हैं, आश्चर्यचकित होकर उन्होंने कहा कि तुमने मुझे पहले नहीं बताया।
उन्होंने दहाड़ते हुए कहा "तुमने एक बार जरूरत भी नहीं समझी,मुझसे पूछने की।
उन्होंने दहाड़ते हुए कहा "तुमने एक बार जरूरत भी नहीं समझी,मुझसे पूछने की।
नीमा की सास सधे स्वर में बोली "धीमी आवाज में बात करो दहाड़ना मुझे भी आता है"।
पर्दे के पीछे से नीमा मुस्कुरा उठी जो बात अपने माता पिता के बीच ठीक ना करा सकी थी सास ससुर के बीच ठीक करा दी।
एक बात और है 15 दिन के लंबे अवकाश के बाद जब सास घर वापस आई, ससुर जी ने अपनी दहाड़ छोड़ दी है, इन 25 सालों में पहली बार पत्नी से अलग रहकर उसका महत्व जान गए हैं वह।
अब नीमा ने अपनी मम्मी को फ़ोन लगाया "प्लीज़ मम्मी आपकी बहुत याद आ रही है सिर्फ 15 दिन के लिए हमारे पास रहने आ जाओ मेरी नई नौकरी है मॉम मुझे छुट्टी नहीं मिल पा रही है।"
"यहां आपको मेरी सास सब घुमा देंगी"
उधर से शायद हाँ में जवाब आया है,नीमा फ़ोन रख कर खुशी से नाच जो रही थी।
**** समाप्त****
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